क्या आप जानते है बिश्नोई समाज में अंतिम संस्कार कैसे किया जाता है?

जयपुर
 काला हिरण , सलमान खान , बाबा सिद्दीकी,  लॉरेंस बिश्नोई और बिश्नोई समाज पिछले कुछ दिन से इन कुछ शब्दों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है ।‌बिश्नोई समाज से जुड़ा हुआ लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान को मारने की धमकी दे चुका है और बाबा सिद्दीकी के मर्डर का जिम्मा ले चुका है । कई आरोपी पकड़े जा चुके हैं , कई अभी भी फरार हैं।  दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में हड़कंप मचा हुआ है । राजस्थान से भी बिश्नोई समाज के बड़े नेता लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं ।

बिश्नोई समाज का ना शमशान घाट ना  कब्रिस्तान और ना ही मोक्ष धाम

हम सभी जानते हैं बिश्नोई समाज पेड़ , पौधे और जीव जंतुओं के  संरक्षण के लिए हमेशा प्रयासरत रहा है, लेकिन समाज से जुड़े कुछ ऐसे नियम है जो बिल्कुल अलग और हैरान करने वाले हैं । उनमें सबसे ज्यादा अलग प्रथम अंतिम संस्कार की है।  बिश्नोई समाज के पास खुद के शमशान घाट,  कब्रिस्तान या मोक्ष धाम नहीं है , फिर वे लोग कैसे अंतिम संस्कार करते हैं ।

29 नियमों का पालन करता है बिश्नोई समाज

बिश्नोई समाज, जो प्राकृतिक संरक्षण और वन्य जीवों के प्रति अपनी निष्ठा के लिए जाना जाता है, अपने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के लिए भी विशिष्ट पहचान रखता है। इस समाज के लोग गुरु जम्भेश्वर के 29 नियमों का पालन करते हैं, जिनमें वन और जीव संरक्षण पर जोर दिया गया है।

अंतिम संस्कार के लिए चिता नहीं बनाई जाती

बिश्नोई समाज में अंतिम संस्कार के लिए चिता नहीं बनाई जाती। इसके बजाय, मृतक को दफनाने की परंपरा है, जिसे “मिट्टी लगाना” कहा जाता है। इस प्रक्रिया के तहत, शव को पैतृक भूमि पर गड्ढा खोदकर दफनाया जाता है। समाज का मानना है कि शव को जलाने से लकड़ी की आवश्यकता पड़ती है, जिससे हरे पेड़ों की कटाई होती है और पर्यावरण को हानि पहुंचती है।

शव को गंगाजल मिलाकर नहलाया जाता

जब किसी सदस्य का निधन होता है, तो शव को जमीन पर रखा जाता है और उसे छने पानी में गंगाजल मिलाकर नहलाया जाता है। फिर, शव को कफन पहनाया जाता है, जिसमें पुरुषों के लिए सफेद और महिलाओं के लिए लाल या काले कपड़े का उपयोग किया जाता है। शव को अर्थी पर नहीं ले जाया जाता; इसके बजाय, मृतक के बेटे या भाई शव को कांधे पर लेकर अंतिम संस्कार स्थल तक जाते हैं।

शव को उत्तर दिशा की ओर मुंह करके दफनाया जाता

गड्ढा खोदने की प्रक्रिया में, शव को घर में ही दफनाया जाता है। शव को उत्तर दिशा की ओर मुंह करके दफनाया जाता है, और मृतक के बेटे द्वारा कहा जाता है, “यह आपका घर है।” इसके बाद, शव को मिट्टी से ढक दिया जाता है। अंतिम संस्कार के बाद, गड्ढे के ऊपर पानी डालकर बाजरी बरसाई जाती है। शव को कंधा देने वाले लोग उस स्थान पर स्नान करते हैं, जिससे शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी होती है। इस अनोखे अंतिम संस्कार के जरिए बिश्नोई समाज अपने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है।

पूरे देश में करीब 13 लाख से ज्यादा बिश्नोई समाज के लोग

बिश्नोई समाज की मौजूदगी की बात करें तो पूरे देश में करीब 13 लाख से ज्यादा बिश्नोई समाज के लोग रह रहे हैं । इनमें सबसे ज्यादा 9 लाख राजस्थान में और करीब 2 लाख हरियाणा में रह रहे हैं । उसके बाद अन्य राज्यों का नंबर आता है।

 

  • Related Posts

    लगातार तीसरे महीने बिहार देश में महंगाई में पहले नंबर पर, पिछले महीने महंगाई की दर 7.5 फीसदी रही

    नई दिल्ली  बिहार में सितंबर में लगातार तीसरे महीने सबसे ज्यादा महंगाई देखने को मिली। राज्य में सितंबर में खुदरा महंगाई की दर 7.5 फीसदी रही जो 5.5 फीसदी के…

    प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22&23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे

    नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे। इस दौरान वह BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    अब पांचवीं व आठवीं वार्षिक परीक्षा के 25 लाख विद्यार्थियों को डिजिटल प्रिटिंग अंकसूची प्रदान की जाएगी

    • By
    • October 20, 2024
    • 0 views
    अब पांचवीं व आठवीं वार्षिक परीक्षा के 25 लाख विद्यार्थियों को डिजिटल प्रिटिंग अंकसूची प्रदान की जाएगी

    लगातार तीसरे महीने बिहार देश में महंगाई में पहले नंबर पर, पिछले महीने महंगाई की दर 7.5 फीसदी रही

    • By
    • October 20, 2024
    • 0 views
    लगातार तीसरे महीने बिहार देश में महंगाई में पहले नंबर पर, पिछले महीने महंगाई की दर 7.5 फीसदी रही

    प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22&23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे

    • By
    • October 20, 2024
    • 0 views
    प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22&23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे

    याह्या सिनवार के बाद अब मोहम्मद सिनवार पावर में आ सकता है, बढ़ाएगा इजरायल की टेंशन

    • By
    • October 20, 2024
    • 1 views
    याह्या सिनवार के बाद अब मोहम्मद सिनवार पावर में आ सकता है, बढ़ाएगा इजरायल की टेंशन

    600 कनाडाई कंपनियों पर लटकी तलवार, ट्रूडो का भारत से पंगा कनाडा की अर्थव्यवस्था पड़ेगा भारी!

    • By
    • October 20, 2024
    • 2 views
    600 कनाडाई कंपनियों पर लटकी तलवार, ट्रूडो का भारत से पंगा कनाडा की अर्थव्यवस्था पड़ेगा भारी!

    ग्वालियर में गाइडलाइन से अधिक मूल्य पर लोकेशन पर हो रही हैं रजिस्ट्री, आम जन से 24 अक्टूबर तक दावे&आपत्तियां एवं सुझाव मांगे

    • By
    • October 20, 2024
    • 2 views
    ग्वालियर में गाइडलाइन से अधिक मूल्य पर लोकेशन पर हो रही हैं रजिस्ट्री, आम जन से 24 अक्टूबर तक दावे&आपत्तियां एवं सुझाव मांगे