फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने शनिवार को कहा कि भारत और फ्रांस की दोस्ती ऐतिहासिक और अटूट है।
लेनैन ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) की ओर से छात्रों के सवालों के जवाब दिए और अपने देश की कला, संस्कृति, वीजा पॉलिसी, पर्यटन और शिक्षा के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस अच्छे दोस्त हैं। यह दोस्ती ऐतिहासिक और अटूट है। भारत के लोगों के लिए फ्रांस के द्वार खुले हुए हैं। उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भारत के ही नहीं, पूरे विश्व के लिए एक आर्दश व्यक्तित्व हैं। फ्रांसीसी राजनयिक ने रजा लाइब्रेरी में पांडुलिपियों के अलावा हजरत अली, इब्ने मुकला, इमाम जाफर सादिक, इमाम मूसा रज़ा, याकूत मुस्तासीमी के हाथों से लिखा गया कुरान, वाल्मीकि रामायण का फारसी अनुवाद, रागमाला, दीवान–ए–बाबर और जामीउत तवारीख़ को देखा।
राजदूत ने कहा कि रजा लाइब्रेरी में दिमाग को जंझोड़ देने वाला भंडार है। नवाब रजा अली खां के शासन में 1930 में बनकर तैयार हुए खासबाग पैलेस में राजदूत इमैनुएल लेनैन का ध्यान कई चीजों ने अपनी ओर आकर्षित किया। पैलेस की निर्माण कला, बंगाल टाइगर के स्टेच्यू, पेंटिग्स, फव्वारे, दरबार हॉल, सिनेमाहॉल, संगीत हॉल, स्वीमिंग पूल और खंडहर में तब्दील हो रही धरोहर को उन्होंने अपने कैमरे में कैद किया। फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने शाहबाद जाकर कोठी देखी। वो इस कोठी की भव्यता देखकर हैरान रह गए।