उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के थाना सिकंदरा क्षेत्र में गुरुवार को होली खेलने निकली 15 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म के बाद उसका गला घोंट दिया गया और मृत समझकर क्षेत्र में यमुना से लगे जंगल में फेंक दिया गया।
शुक्रवार की सुबह किशोरी सड़क से कुछ मीटर दूर जंगल में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। चेहरे पर नोचने और शरीर पर चोटों के निशान थे। पुलिस उपायुक्त समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। किशोरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले में सिकंदरा थाने में अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म का अभियोग दर्ज किया गया है।
सिकंदरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी ने दसवीं की परीक्षा दी है। वह गुरुवार की दोपहर करीब तीन बजे घर से होली खेलने की कहकर निकली थी। घर नहीं आई तो परिजनों को लगा कि गांव में रिश्तेदार के यहां चली गई होगी। शाम छह बजे तक वह नहीं लौटी तो चिंता हुई। उसे खोजना शुरू किया। अपने स्तर से तलाश करते रहे। सुराग नहीं मिला। परिजन शुक्रवार की सुबह पुलिस के पास जाने की तैयारी कर रहे थे।
उधर, किशोरी को कुछ होश आया। वह कांटों के बीच घिसटती हुई किसी तरह जंगल से सड़क के पास तक पहुंची। वहां से गुजरते एक दूधिये ने किशोरी को लहूलुहान हालत में देखा। वह अर्धबेहोशी की हालत में थी। दूधिया ने किशोरी से काफी प्रयास के बाद उसके परिजन का मोबाइल फोन नंबर पूछा। उसने किशाेरी के भाई को फोन पर घटना की जानकारी दी।
तलाश में जुटे परिजन मौके पर पहुंच गए। उनका कहना है कि किशोरी के शरीर पर कपड़े नहीं थे। उससे मारपीट की गई थी। चेहरे को भी नोंचा गया था। उसी के दुपट्टे से गला घोंटा गया था। जिससे उसकी आंखों से खून आ गया था। शरीर पर जगह-जगह चोटों के निशान थे। अपने साथ हुई दरिंदगी के चलते वह कुछ देर बाद दोबारा बेहोश हो गई। परिजनों ने किशोरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस उपायुक्त नगर विकास कुमार का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर पुलिस तफ्तीश में जुटी है।