करांची/खैबर पख्तूनख्वा.
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के चचेरे भाई की सोमवार को उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरदार सकलैन खान गंडापुर की डेरा इस्माइल खान जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिला मुख्यमंत्री का पैतृक स्थान है। वह एक पूर्व स्थानीय सरकारी पदाधिकारी भी थे।
लूनी मोड़ पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने नहीं ली है। यह ऐसा इलाका है जहां पाकिस्तानी तालिबान की काफी मौजूदगी है। घटना की जांच शुरू कर दी गई है। बलूचिस्तान सेना के खिलाफ बढ़ते आक्रोश व लक्षित हमलों के बीच प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा प्रांतीय एसेंबली के सदस्य नवाब असलम रायसानी ने कहा कि अधिकांश बलोच पाकिस्तान से आजादी का समर्थन करते हैं। रायसानी ने एक बयान में कहा कि बलोच राष्ट्र तीन गुटों में विभाजित है। बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार रायसानी ने कहा, अधिकांश बलोच आजादी के पक्ष में हैं और राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। दूसरा गुट सेना के साथ है, जिसमें शामिल लोग निजी स्वार्थ की पूर्ति तथा ताकत की चाहत रखते हैं। तीसरा गुट राष्ट्रवादी दलों का है, जो संघ के भीतर स्वायत्तता व संसाधन नियंत्रण की वकालत करता है। हालांकि, यह गुट काफी कमजोर है और इसका प्रभाव सीमित है।
बम धमाके से कम से कम तीन बच्चों की मौत
इस बीच खबर है कि पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सोमवार को बम धमाके से कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गई, जिनमें दो भाई भी शामिल हैं। घटना बन्नू के वजीर उपखंड के जानी खेल इलाके में हुई। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि बच्चे मदरसे से घर लौट रहे थे, तभी मोर्टार बम फट गया और इसमें दो भाइयों समेत तीन छात्रों की मौत हो गई। मोर्टार बम सुनसान इलाके में पड़ा था। बच्चों ने इसे खिलौना समझकर उठा लिया, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ।
पाकिस्तान के कुर्रम में जारी हिंसा में अब तक 130 से ज्यादा की मौत
देश के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 130 से अधिक हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने सुन्नी और शियाओं के बीच झड़पों में दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। जिला प्रशासन अधिकारी वाजिद हुसैन ने कहा कि पिछले डेढ़ सप्ताह में हमलों में अब तक कुल 133 लोग मारे गए हैं।