छत्तीसगढ़ के वनों में इस समय कुल 19 बाघ है। वनों की संख्या में इजाफा के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।
वन मंत्री की तरफ से नगरीय विकास मंत्री डा.शिव डहरिया ने विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल में कांग्रेस के अरूण वोरा के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए आज बताया कि वर्ष 20 से दिसम्बर 22 तक दो बाघों की मौत हुई है जिसमें एक की बीमारी से जबकि एक को शिकारियों द्वारा मारा गया है।
उन्होने बताया कि बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए कान्हा अभ्यारण्य से दो नर मादा बाघ लाने का निर्णय हुआ है,इसके साथ ही ग्लोबल टाइगर फोरम से भी मदद ली जा रही है। उन्होने बताया कि पिछले तीन वर्षों में बाघों के संरक्षण में 183 करोड़ रूपए से अधिक की राशि खर्च की गई है।