नई दिल्ली
बहुजन समाज पार्टी की तमिलनाडु यूनिट के चीफ के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के प्रमुख आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इसके बाद उसने हिरासत से भागने की कोशिश की, जिस दौरान उसे मार गिराया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जब आरोपी के. थिरुवेंगदम को जांच के तहत उत्तरी चेन्नई के एक स्थान पर ले जाया गया, तो उसने पुलिसकर्मी पर हमला कर भागने की कोशिश की। इसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने उस पर गोली चलाई। थिरुवेंगदम को बसपा नेता की हत्या में इस्तेमाल किए जाने के बाद छिपाकर रखे गए हथियारों की तलाश करने के लिए वहां ले जाया गया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी का शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। 30 वर्षीय थिरुवेंगदम बीएसपी नेता आर्मस्ट्रांग की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों में से एक था। वह एक कुख्यात अपराधी था। चेन्नई की एक अदालत ने कुछ ही दिन पहले सभी आरोपियों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। आर्मस्ट्रांग की 5 जुलाई को एक गिरोह ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद विपक्षी दलों ने राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाया था। पुलिस और सरकार ने अपराधियों को सजा दिलाने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया था। पुलिस ने 11 जुलाई को पुदुकोट्टई जिले में एक कुख्यात अपराधी को भी मार गिराया था।
हथियारों की सप्लाई करने की बात स्वीकारी
बता दें कि के. थिरुवेंगदम 11 जुलाई से पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में था। साथ ही, 10 अन्य आरोपी भी हिरासत में लिए गए हैं। इनमें से 8 आरोपियों वी पोन्नई बालू, के मणिवन्नन, थिरुवेंगडम, डी रामू, जे संतोष, एस थिरुमलाई, जी अरुल, डी सेल्वराज ने हत्या के तुरंत बाद आत्मसमर्पण कर दिया था। तीन अन्य गोकुल, विजय और शिवशक्ति को बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ के दौरान थिरुवेंगदम ने आर्मस्ट्रांग की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की आपूर्ति करने की बात स्वीकार की थी। उसे उस स्थान पर ले जाया गया जहां उसने पुलिस को बताया था कि उसने हथियार छिपाए थे। पुलिस के अनुसार थिरुवेंगदम ने संदिग्धों से जब्त किए गए देशी बमों की सप्लाई करने की बात भी स्वीकार की थी।