नई दिल्ली
यूनिसेफ के मुताबिक, साल 2023 में बिना टीका लगवाने वाले बच्चों की संख्या वाले देशों में भारत दूसरे नंबर पर है। यहां 16 लाख बच्चे ऐसे हैं जिन्हें कोई भी टीका नहीं लगा है। पहले नंबर पर नाइजीरिया है जहां ऐसे बच्चों की संख्या 21 लाख है। यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनिसेफ की एक रिपोर्ट से मिली है। इस रिपोर्ट में देशों की ओर से 1 जुलाई, 2024 तक दी गई जानकारी के आधार पर साल 2023 के लिए टीकाकरण कवरेज का अनुमान लगाया गया है। इस रिपोर्ट के लिए विश्व बैंक के 2024 के डेवलेपमेंट इंडीकेटर्स और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या विभाग के 2024 के आंकड़ों का भी इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट में और क्या बताया गया?
रिपोर्ट में बताया गया है कि बिना किसी टीके वाले बच्चों की संख्या पिछले साल के मुकाबले थोड़ी बढ़ी है। अब ऐसे बच्चों की संख्या 1 करोड़ 39 लाख से बढ़कर 1 करोड़ 45 लाख हो गई है। यह संख्या साल 2019 के मुकाबले भी 17 लाख ज़्यादा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ बच्चों को पहला टीका लगवाने के बाद तीसरा टीका नहीं लग पाता है। इस तरह बिना टीका या अधूरे टीके वाले बच्चों की कुल संख्या 2023 में 2 करोड़ 10 लाख हो गई है जो पहले के आंकड़े से 27 लाख ज़्यादा है।
भारत यहां भी पीछे
भारत में बिना खसरे का टीका लगवाने वाले बच्चों की संख्या भी तीसरे नंबर पर है। ऐसे बच्चों की संख्या 16 लाख है। पहले और दूसरे नंबर पर नाइजीरिया (28 लाख) और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (20 लाख) हैं। दुनिया भर में ख़सरे के टीके न लगवाने वाले कुल बच्चों में से 55% दस देशों में रहते हैं और भारत उनमें से एक है।