सचिव लोकसेवा यांत्रिकी विभाग श्री पी नरहरि ने रीवा कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में नलजल योजनाओं के क्रियान्वयन तथा जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। श्री नरहरि ने कहा कि जल जीवन मिशन हर घर में नल से शुद्ध पानी पहुंचाने की विश्व की सबसे बड़ी योजना है। एकल नलजल योजनाओं के कार्य 31 दिसम्बर तक हर हाल में पूरा करके लक्ष्य के अनुसार घरों में नल कनेक्शन दें। यह योजना आमजनता की स्वास्थ्य रक्षा, महिलाओं के सशक्तिकरण तथा जल संरक्षण के उद्देश्यों में भी सहायक है।
सचिव श्री नरहरि ने कहा कि हर घर में नल से जल पहुंचाने की योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। जिन एकल नलजल योजनाओं का कार्य 70 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो गया है, उनके छूटे हुए कार्य 15 दिसम्बर तक पूरे कराकर योजना ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करें। जनपद के सीईओ पूर्ण नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कराकर उनका संचालन कराएं। पानी की नियमित आपूर्ति होगी तो जल कर भी अवश्य मिलेगा। जल कर की नियमित प्राप्ति से ही पंप चालक के मानदेय तथा नलजल योजना से जुड़े छोटे-मोटे कार्य किए जाना संभव होगा। योजना संचालन के लिए हर गांव में ग्राम जल स्वच्छता समिति तथा महिला स्वसहायता समूहों को तैयार करें।
दिसम्बर अंत तक रीवा और मऊगंज जिलों के 390229 घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य पूरा करें। बैठक में जल जीवन मिशन के प्रबंध संचालक केवीएस चौधरी ने जानकारी दी कि रीवा और मऊगंज जिलों में पाँच बड़ी समूह नलजल योजनाओं का कार्य चल रहा है। इनमें से कंदैला योजना से 109 में से 106 गांवों में पानी दिया जा रहा है। शेष चार योजनाओं का कार्य मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद हर घर में नल से पानी की आपूर्ति होने लगेगी। बैठक में कमिश्नर बीएस जामोद, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सपना त्रिपाठी, प्रमुख अभियंता केके सोनगरिया, मुख्य अभियंता एचएस गौड़ एवं अन्य