केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक(डीजीपी) दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि Cप्रदेश में शांति नहीं चाहता है।
डीजीपी ने आज श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित बीएन मुल्लिक मेमोरियल अखिल भारतीय पुलिस फुटबॉल चैंपियनशिप 2022-23 के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, “पाकिस्तान और उसकी एजेंसियों ने हमेशा जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलायी है क्योंकि उन्हें हमारे क्षेत्र में शांति पसंद नहीं है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में शांति नहीं चाहता है।
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार और उसकी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और मादक पदार्थों का समर्थन कर रही हैं। सुरक्षा बलों ने हाल ही में जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले में मादक पदार्थों और हथियारों एवं गोला-बारूदों की एक बड़ी खेप पकड़ी है।पाकिस्तान इस क्षेत्र में न केवल मादक पदार्थों और हथियारों एवं गोला-बारूद पहुंचाता है बल्कि इस क्षेत्र में आतंकवाद फैलाने के लिए सीमा पार से भारी मात्रा में नकद भी भेजता है। उन्होंने कहा,“हाल ही में सुरक्षा बलों ने पुंछ जिले में सात किलोग्राम हेरोइन के साथ 1.5 करोड़ रुपये नकद जब्त की है।”
उन्होंने कहा कि इन पैसों और मादक पदार्थों की बिक्री से प्राप्त नकदी को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने पर खर्च किया जा रहा है। डीजीपी ने कहा,“ हमारा पूरी कोशिश है कि ऐसे सभी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया जाए और उन्हें समाप्त किया जाए। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं को बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान की साजिशों को रोकने और शांति और समृद्धि कायम करने का समय आ गया है, जो कि मेरा उद्देश्य भी है।”
लक्षित हत्याओं पर डीजीपी ने कहा, “इनमें मामूली रूप से कमी आई है लेकिन कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं हो रही हैं और सुरक्षा एजेंसियां इस जमीन से आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए दृढ़ता से काम कर रही हैं, प्रतिकूल उपाय किए जा रहे हैं, लगातार कोशिश जारी है और हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करना जारी रखेंगे।”
उन्होंने कहा,“ सीमा के ऊपरी इलाकों में बर्फ पिघलने के साथ ही घुसपैठ की आशंका बढ़ रही है। सीमा पार घुसपैठ पर बहुत हद तक काबू प्राप्त कर लिया गया है। आतंकवादी अगर भारत की सीमा में आने की कोशिश करेंगे लेकिन हमारे सुरक्षा बल उनके नापाक इरादों को नाकाम करने के लिए तैनात हैं।”
उन्होंने कहा,“ एसआईयू, एसआईए और एनआईए एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमने इन एजेंसियों की सहायता से अंतरराज्यीय गिरोहों को नियंत्रित करने के लिए नारकोटिक्स ब्यूरो को अपने साथ लिया है। सभी स्तरों पर उनके संचालन को पूरी तरह से समाप्त और नष्ट कर दिया जाएगा और इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि ठीक से जांच करने के बाद इसमें शामिल लोगों की संपत्तियां कुर्क की जा रही है। यह कोई नाटक नहीं है जिसे खेला जा रहा है और जो कोई भी आतंकवादियों को जानबूझकर शरण देने का दोषी पाया जा रहा है, उसकी संपत्तियों को सील किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लोगों को अनेक बार चेतावनी दी गई है कि वे किसी भी आतंकवादी को शरण या यातायात प्रदान न करें। अगर सुरक्षा एजेंसियां ऐसी किसी व्यक्ति की संपत्ति को कुर्क करती हैं जहां आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं तो यह किसी भी प्रकार से गलत नहीं है। जो लोग आतंकवादियों को मदद करने का दोषी पाए जाएंगे, उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।