छह बार के एशियाई चैंपियनशिप पदक विजेता शिव थापा और 2019 एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक भोरिया 30 अप्रैल से 14 मई तक उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने वाली आगामी आईबीए पुरुष विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय टीम की कमान संभालेंगे।
विश्व चैंपियनशिप 2015 में कांस्य पदक जीतने वाले शिव 63.5 किग्रा वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने नाम एक और पदक जोड़ने की कोशिश करेंगे। हाल के दिनों में तेजी से उभरे दीपक 51 किग्रा फ्लाईवेट वर्ग में दावेदारी पेश करेंगे।
दीपक ने 2021 में स्ट्रैंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में 2016 रियो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और 2019 विश्व चैंपियन उज़्बेकिस्तान के शाखोबिदिन ज़ोइरोव को हराकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था।
भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने टीम की घोषणा पर कहा, “पुरुषों की टीम बेहद कड़ी मेहनत कर रही है और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि उनमें से हर एक देश का गौरव बढ़ाएगा। हमने हाल ही में भारतीय महिला मुक्केबाज़ों को दिल्ली विश्व चैंपियनशिप में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए देखा था और मुझे उम्मीद है कि हमारे लड़के आईबीए पुरुष विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में एक बार फिर से हमें गौरवान्वित करेंगे।”
भारतीय टीम में अनुभवी मुक्केबाज और 2022 एशियाई चैंपियनशिप मेडलिस्ट मोहम्मद हुसामुद्दीन भी होंगे। वह शीर्ष आयोजन में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी 57 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेंगे।
टोक्यो ओलंपियन और 2019 एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता आशीष चौधरी भी दूसरी बार प्रतिष्ठित कार्यक्रम में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे और अपने नाम एक और बड़ा पदक जोड़ने के इच्छुक होंगे।
हाल ही में स्ट्रैंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में रजत पदक जीतने वाले गोविंद साहनी 48 किग्रा वर्ग में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इस बीच, 2021 विश्व यूथ चैंपियन सचिन सिवाच 54 किग्रा बेंटमवेट वर्ग में भारत का परचम लेकर उतरेंगे।
साल की शुरुआत में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले युवा मुक्केबाज वरिंदर सिंह (60 किग्रा), आकाश सांगवान (67 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा) और सुमित कुंडू (75 किग्रा) अपने-अपने वर्ग में भारतीय जर्सी पहनेंगे। इस चौकड़ी ने 2021 विश्व चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था और इस बार वे अपने अनुभव का उपयोग कर पदक लाने की कोशिश करेंगे।
राजस्थान के रहने वाले हर्ष चौधरी 86 किग्रा वर्ग में विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण करेंगे, जबकि राष्ट्रीय चैंपियन नवीन कुमार और नरेंद्र बेरवाल क्रमशः 92 किग्रा और 92+ किग्रा में लड़ते नजर आएंगे।
विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता को दो लाख अमरीकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जायेगी। रजत पदक विजेताओं को एक लाख अमरीकी डॉलर और कांस्य-पदक विजेताओं को 50,000 अमरीकी डालर से सम्मानित किया जायेगा।
भारतीय टीम 17 अप्रैल को ताशकंद के लिये रवाना होगी। इससे पहले सभी मुक्केबाज विश्व एक बहु-देशीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे। इस शिविर में सात ओलंपिक वजन श्रेणियों (51 किग्रा, 57 किग्रा, 63.5 किग्रा, 71 किग्रा, 80 किग्रा, 92 किग्रा और 92+ किग्रा) के दो-दो मुक्केबाज भाग लेंगे।
चैंपियनशिप में फ्रांस के सोफियान ओउमिहा, जापान के टोमोया त्सुबोई और सिवोनरेट्स ओकाज़ावा, अजरबैजान के लोरेन अल्फोंसो, कजाकिस्तान के सकेन बिबोसिनोव और क्यूबा के योएनलिस हर्नांडेज़ मार्टिनेज और जूलियो ला क्रूज़ सहित सात गत विश्व चैंपियन भी शामिल होंगे। ताशकंद चैंपियनशिप में पहले ही 104 देशों के लगभग 640 मुक्केबाजों का पंजीकरण हो चुका है।
भारतीय स्क्वाड :
गोविंद साहनी (48 किग्रा), दीपक भोरिया (51 किग्रा), सचिन सिवाच (54 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा), वरिंदर सिंह (60 किग्रा), शिव थापा (63.5 किग्रा), आकाश सांगवान (67 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), सुमित कुंडू (75 किग्रा), आशीष चौधरी (80 किग्रा), हर्ष चौधरी (86 किग्रा), नवीन कुमार (92 किग्रा) और नरेंद्र बेरवाल (92+ किग्रा)।