उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के सिराथू विकास खंड स्थित एक गांव पीने के पानी की समस्या से ग्रसित है जिसके चलते लोग इस गांव में अपने बहन बेटियों की शादी करने से कतराते हैं।
सिराथू विकास खंड अंतर्गत ग्राम बरईन कापूरा मजरा कूरामुरीदन मे करीब 200 परिवार गुजर बसर करते है जिनमें चौरसिया समुदाय के परिवार बहुतयात हैं। गांव में पानी पीने के मूल स्रोत कुआं पहले ही सूख चुके हैं हैंड पंप से खारा पानी निकलने के चलते पानी पीने योग्य नहीं है। जल स्तर नीचे होने के कारण हैंडपंप भी जवाब दे चुके हैं।
इन परिस्थितियों में यहां के लोग 150 किमी दूर डोडापुर गांव से पानी लोगों के निजी नलकूप या फिर वहां लगे हैंडपंप से पानी भरकर साइकल से लादकर घर लाते हैं। मुश्किल से लाए गये पानी से प्यास बुझाने का काम कर रहे हैं सबसे ज्यादा दिक्कत पालतू पशुओं के लिए है उनके पीने का पानी बाहर सेलाकर पिलाना पड़ रहा है।
लोगों का दर्द है कि पिछले कई दशक से कुआं और हैंडपंप से पानी खारा निकलने के कारण बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की किल्लत देखकर यहां युवकों की शादी में भी कठिनाई हो रही है। लोग अपनी बेटियों का विवाह पीने के पानी इस समस्या के चलते जल्दी करने को तैयार नहीं होते क्योंकि दूर गजब से पानी भरकर लाने में महिलाओं का विशेष योगदान रहता है।
ग्राम प्रधान हबीब उस्मान ने बताया कि बरईन का पुरवा गांव के लोगों को पीने के पानी की भारी दिक्कत है। गांव में पानी टंकी जल निगम द्वारा बना दी जाए तो समस्या का निदान हो सकता है। इस संबंध में जल निगम एवं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को प्रार्थना पत्र देकर मांग की गई है। समस्या का समाधान कब तक होगा यह तय नहीं है।
अधिशासी अभियंता जल निगम जयपाल सिंह ने बताया कि घर घर नल टोटी से जलापूर्ति की महत्वकांक्षी योजना चल रही है विशेष रुप से बरईन का पुरवा गांव का ध्यान देते हुए शीघ्र ही पानी की समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।